आजकल Electric Cars (EV) काफी popular हो रही हैं, जहां पेट्रोल से चलने वाली कारें दशकों से हमारे सड़कों पर हैं, वहीं इलेक्ट्रिक कारें एक नई और उन्नत तकनीक के साथ आ रही हैं। वहीँ लोग इन्हें petrol cars से बेहतर मानते हैं। ऐसा क्यों? चलिए समझते हैं।
Petrol cars बर्षो से चल रही है लेकिन जब से मारकेट में Electric Cars लांच हुई है तब से इसका लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ने लगी है. आखिर Electric Vehicle में ऐसा क्या गुण और फीचर है जिसके वजह से पेट्रोल से बेहतर साबित हो रही है.
सबसे पहला है की इलेक्ट्रिक कारें पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखने में योगदान देती हैं, इसके अलेवा कई अन्य पॉइंट्स है. आइये इस पोस्ट के माध्यम से समझते है -
1. पर्यावरण के लिए बेहतर (Environment Friendly)
Electric Cars पेट्रोल गाड़ियों की तरह harmful gases, जैसे carbon dioxide, नहीं छोड़तीं। इससे pollution कम होता है और हमारी हवा साफ रहती है। अगर हम electric cars ज्यादा use करेंगे, तो global warming भी कम होगी।
इलेक्ट्रिक कारें पर्यावरण के लिए बेहतर होती हैं क्योंकि ये जीरो-एमिशन (शून्य उत्सर्जन) करती हैं। इसका मतलब है कि ये कारें चलते समय कोई प्रदूषण नहीं फैलातीं। पेट्रोल कारों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है और वायु प्रदूषण का मुख्य कारण भी है।
2. कम खर्चे में सफर (Cost Effective)
Electricity पेट्रोल से सस्ती होती है। एक बार electric car चार्ज करने का खर्च Petrol भरवाने से कम पड़ता है। इस वजह से long-term में Electric Cars का चलाना सस्ता होता है।
पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ती रहती हैं, जिससे गाड़ियों का ईंधन खर्च बढ़ जाता है। वहीं, इलेक्ट्रिक कारें चार्ज करने में पेट्रोल की तुलना में कम खर्चीली होती हैं।
एक बार चार्ज करने पर ये कारें कई किलोमीटर का सफर तय कर सकती हैं, जिससे लंबी अवधि में ईंधन पर होने वाले खर्च को कम किया जा सकता है।
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3. सस्ती देखभाल (Low Maintenance)
Electric Cars में petrol या diesel engines की तरह बहुत से moving parts नहीं होते। इसका मतलब, कम parts का घिसना और टूटना। इसलिए service और maintenance का खर्च भी petrol cars से कम होता है।
कोई तेल बदलवाने की जरूरत नहीं होती और न ही इंजन की बड़ी सर्विसिंग की। इससे आपकी समय और पैसे की भी बचत होती है।
इसका मतलब है की Maintenance cost एकदम ना के बराबर है।
4. शोर नहीं होता (No Noise)
Electric Cars में engine नहीं होता, जिससे ये बहुत कम आवाज़ करती हैं। Petrol cars के engines का तेज शोर electric cars में नहीं होता। ये driving experience को और भी comfortable बनाता है।
इसके साथ ही शहरों में ध्वनि प्रदूषण भी कम होता है जिसके वजह से इलेक्ट्रिक कारें, बाइक आज तेज़ी से लोग खरीद रहे है.
Electric Cars कैसे काम करती हैं?
Electric Cars में एक बड़ा battery pack होता है, जिसे हम electricity से चार्ज करते हैं। ये battery electric motor को power देती है, जो car के wheels को घुमाता है। Car का पूरा system electric current से चलता है।
कुछ cars में regenerative braking system होता है, जो braking के दौरान energy वापस battery में store कर लेता है, जिससे car की efficiency और बढ़ जाती है।
1. बैटरी (Car Battery)
इलेक्ट्रिक कारों में मुख्य ऊर्जा स्रोत बैटरी होती है। इस बैटरी को बिजली से चार्ज किया जाता है, जैसे आप अपने मोबाइल फोन को चार्ज करते हैं।
ये बैटरियां लिथियम-आयन या अन्य एडवांस्ड टेक्नोलॉजी पर आधारित होती हैं, जो लंबे समय तक चार्ज रख सकती हैं और फास्ट चार्जिंग के विकल्प भी देती हैं।
2. इलेक्ट्रिक मोटर (Electric Motor)
बैटरी से प्राप्त ऊर्जा इलेक्ट्रिक मोटर तक पहुंचाई जाती है। ये मोटर ऊर्जा को घुमावदार गति में बदलती है, जिससे गाड़ी के पहिए घूमते हैं और गाड़ी आगे बढ़ती है।
यह बिलकुल आपके घर में रखे हुए फेन या अन्य मोटर की जैसी होती है. इसी तकनीक को Electric Cars में उपयोग किया गया है.
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3. रेजनरेटिव ब्रेकिंग (Regenerative Braking System)
इलेक्ट्रिक कारों में एक खास तकनीक होती है जिसे रेजनरेटिव ब्रेकिंग कहते हैं। जब आप ब्रेक लगाते हैं, तो मोटर गाड़ी की रफ्तार को कम करते हुए उस ऊर्जा को वापस बैटरी में भेज देती है, जिससे बैटरी फिर से चार्ज होती है और कार की रेंज बढ़ जाती है।
इससे बैटरी की चार्ज कम खर्च होता है और long-term तक वाहन चलता है. इस बात का ध्यान रखना होता है की यह System आपके वाहन में लगा हुआ है की नहीं देख लेना है, क्युकी सभी Electric Cars में नहीं होता है.
4. चार्जिंग स्टेशन (Charging Station)
इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के लिए आपको चार्जिंग स्टेशन की जरूरत होती है। हालांकि, कई कारें घर पर भी चार्ज हो सकती हैं। चार्जिंग समय बैटरी की क्षमता और चार्जर की स्पीड पर निर्भर करता है, लेकिन आजकल कई फास्ट-चार्जिंग ऑप्शन उपलब्ध हैं जो आपकी कार को कुछ ही घंटों में चार्ज कर सकते हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करते वक़्त इस बात का ध्यान रखना होता है की आपके घर की इलेक्ट्रिक कनेक्शन बोर्ड अच्छे से लगाया गया हो वरना पूरा वायर शोर्ट सरकिट से जल सकता है. यह हादसा हमने घरो में देखे है.
Conclusion (निष्कर्ष):
Electric Cars future का transport solution हैं। ये environment के लिए better हैं, long-term में पैसे बचाती हैं, और modern technology का बढ़िया example हैं। पेट्रोल cars की तुलना में ये smarter और greener option साबित हो रही हैं।
इलेक्ट्रिक कारें कम ईंधन खर्च, कम रखरखाव, और शोर रहित ड्राइविंग के कारण ये तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। आने वाले समय में इलेक्ट्रिक कारें और भी अधिक उन्नत होंगी, जिससे हमारी सड़कों पर इनकी संख्या और बढ़ेगी।
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पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
इलेक्ट्रिक कार एक ऐसी गाड़ी है जो पूरी तरह से बिजली से चलती है। इसमें पेट्रोल या डीजल इंजन की जगह एक इलेक्ट्रिक मोटर होती है, जिसे बैटरी से ऊर्जा मिलती है।
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी दूरी तय कर रहे हैं और आपकी कार की बैटरी की क्षमता कितनी है। अधिकतर इलेक्ट्रिक कारें एक बार चार्ज करने पर 200-500 किलोमीटर तक चल सकती हैं। यदि आप रोजाना ड्राइव करते हैं, तो आपको नियमित रूप से कार को चार्ज करना पड़ सकता है।
चार्जिंग का समय आपकी कार और चार्जर की स्पीड पर निर्भर करता है। नॉर्मल चार्जिंग से कार को 6-12 घंटे तक चार्ज होने में लग सकते हैं, लेकिन फास्ट चार्जिंग विकल्प से कार 1-2 घंटों में भी चार्ज हो सकती है।
जी हां, आधुनिक इलेक्ट्रिक कारें लंबी दूरी के लिए बनाई गई हैं। इनकी बैटरी की क्षमता बढ़ी है और फास्ट चार्जिंग स्टेशन भी उपलब्ध हैं, जिससे आप लंबी दूरी तय कर सकते हैं। हालांकि, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी विकसित हो रहा है, इसलिए लंबी यात्राओं के लिए चार्जिंग स्टेशनों की योजना बनाना जरूरी हो सकता है।
अधिकतर इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी 8 से 10 साल तक चल सकती हैं, हालांकि यह कार के उपयोग और चार्जिंग पैटर्न पर निर्भर करता है। कई कंपनियां बैटरी पर लंबी वारंटी भी देती हैं।
इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल कारों की तुलना में थोड़ी महंगी हो सकती हैं, लेकिन सरकार की सब्सिडी और लंबे समय में ईंधन और रखरखाव के खर्च में बचत को ध्यान में रखते हुए यह एक बेहतर निवेश साबित हो सकती हैं।