The Blue Jackal Story in Hindi: क्या आपने एक नीले सियार की कहानी सुनी है. यह कहनी भारत में बहुत ही लोकप्रिय कहानी मानी जाती है. इस लिए आज के पोस्ट में हमने The Blue Jackal Story in Hindi यानि नील सियार की कहानी बहुत ही मजेदार अंदाज में लिखा है.
जिससे आपको यह कहानी पढ़ने में काफी मजा आने वाला है. इसके अलावा हमने इस पोस्ट में The Blue Jackal Story Moral in Hindi भी दी है, जो आपको इस नील सियार की कहानी से क्या सीख मिलती है वह बताती है.
तो आइए अब देर न करते हुए The Blue Jackal Story in Hindi को पढ़ते है और कुछ नया सीखते है.
Table of Contents
The Blue Jackal Story in Hindi – The Blue Jackal Story Moral in Hindi
The Blue Jackal Story: एक बार जंगल में बहुत तेज हवा चल रही थी। तेज हवा से बचने के लिए एक सियार एक पेड़ के नीचे खड़ा था तभी पेड़ की एक भारी शाखा आकर उसके ऊपर गिर गई।
सियार के सिर में गहरी चोट लगी और वह डर के मारे अपनी मांद की ओर भागा। उस चोट का असर कई दिनों तक बना रहा और वह शिकार पर नहीं जा सका। भोजन के अभाव में सियार दिन-ब-दिन कमजोर होता जा रहा था।
एक दिन वह बहुत भूखा था और अचानक उसने एक हिरण को देखा। सियार हिरण का शिकार करने के लिए काफी दूर तक उसके पीछे दौड़ा, लेकिन वह बहुत जल्दी थक गया और हिरण को मार नहीं सका।
सियार दिन भर जंगल में भूखा-प्यासा भटकता रहा, लेकिन उसे कोई मरा हुआ जानवर नहीं मिला, जिससे वह अपना पेट भर सके। जंगल से निराश सियार ने गांव की ओर जाने का फैसला किया। सियार को उम्मीद थी कि उसे गांव में बकरी या मुर्गी का बच्चा मिलेगा, जिसे खाकर वह रात गुजारेगा।
सियार गांव में अपने शिकार की तलाश कर रहा था, लेकिन तभी उसकी नजर कुत्तों के एक झुंड पर पड़ी, जो उसकी तरफ आ रहे थे। सियार को कुछ समझ नहीं आया और वह धोबी की बस्ती की ओर भागने लगा।
कुत्ते लगातार भौंक रहे थे और सियार का पीछा कर रहे थे। जब सियार को कुछ समझ नहीं आया, तो वह जाकर धोबी के ड्रम में जा छिपा, जिसमें नील घुला हुआ था। सियार को न पाकर कुत्तों का झुंड चला गया।
बेचारा सियार रात भर उस नील के ड्रम में छिपा रहा। सुबह-सुबह जब वह ड्रम से बाहर निकला तो उसने देखा कि उसका पूरा शरीर नीला पड़ गया है। सियार बहुत चालाक था, उसका रंग देखकर उसके मन में एक विचार आया और वह वापस जंगल में आ गया।
जंगल में पहुंचकर उसने घोषणा की कि वह भगवान का संदेश देना चाहता है, इसलिए सभी जानवर एक जगह इकट्ठा हो गए। सियार की बात सुनने के लिए सभी जानवर एक बड़े पेड़ के नीचे इकट्ठे हो गए।
सियार ने जानवरों की सभा से कहा, “क्या कभी किसी ने नीले रंग का जानवर देखा है? भगवान ने मुझे यह अनोखा रंग दिया है और कहा है कि आप जंगल पर राज करो। भगवान ने मुझसे कहा है कि यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप जंगल के जानवरों का मार्गदर्शन करें।”
सारे जानवर सियार की बात मान गए। सबने एक स्वर में कहा, “कहो महाराज, क्या आज्ञा है?” सियार ने कहा, “सब सियार जंगल से चले जाएं, क्योंकि भगवान ने कहा है कि सियारो के कारण इस जंगल में बहुत बड़ी विपदा आने वाली है।”
नील सियार की बात को ईश्वर का आदेश मानकर वन के सभी पशुओं ने सियार को जंगल से खदेड़ दिया। नीले सियार ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अगर सियार जंगल में रहता तो उसका राज खुल सकता था।
अब नीला सियार जंगल का राजा बन चुका था। मोर पंखा करते और बन्दर पैर दबाते। सियार अगर किसी जानवर को खाना चाहता था तो उसकी बलि मांगता था। अब सियार कहीं नहीं जाता था, हमेशा अपनी शाही मांद में बैठा रहता था और सारे जानवर उसकी सेवा में लगे रहते थे।
एक दिन चाँदनी रात में सियार को प्यास लगी। जब वह मांद से बाहर आया, तो उसे दूर कहीं सियारों की आवाज सुनाई दी, जो बोल रहे थे।
सियार रात के समय हू-हू की आवाज करते हैं, क्योंकि यह उनकी आदत है। नीला सियार भी अपने आप को रोक न सका। वह भी जोर-जोर से बोलने लगा। शोर सुनकर आसपास के सभी जानवर जाग गए।
उन्होंने नीले सियार को हू-हू करते देखा, तब उन्हें एहसास हुआ कि यह एक सियार था और इसने हमें बेवकूफ बनाया। अब नीले सियार का राज खुल गया। यह जानकर सभी जानवर उस पर टूट पड़े और उसे मार डाला।
The Blue Jackal Story Moral in Hindi
The Blue Jackal Story Moral in Hindi से हमें सीख मिलती है कि हमें कभी भी छल, कपट नहीं करना चाहिए क्योंकि झूठ और धूर्तता एक न एक दिन अवश्य पकड़ी जाएगी और उसका फल मिलना तय है। इसलिए कहा गया है कि जैसी करनी, वैसी भरनी.
नीले सियार की कहानी – The Blue Jackal Story Moral in Hindi Video
निचे हमने The Blue Jackal Story in Hindi की एक बहुत ही मजेदार विडियो दी है, जिसे यदि आप चाहे तो देख भी सकते है. यह विडियो नीले सियार के कहानी पर आधारीत है.
The Blue Jackal Story in English
Once there was a very strong wind blowing in the forest. To avoid the strong wind, a jackal was standing under a tree when a heavy branch of the tree came and fell on him.
The jackal suffered a severe head injury and ran towards his den in fear. The effect of that injury remained for several days and he could not go hunting. The jackal was getting weaker day by day due to lack of food.
One day he was very hungry and suddenly he saw a deer. The jackal ran after the deer for a long distance to hunt it, but he got tired very quickly and could not kill the deer.
The jackal wandered in the jungle hungry and thirsty all day long, but he could not find any dead animal, so that he could fill his stomach. Frustrated with the jungle, the jackal decided to head towards the village. The jackal hoped that he would find a kid of a goat or a chicken in the village, eating which he would spend the night.
The jackal was searching for his prey in the village, when he saw a group of dogs coming towards him. The jackal did not understand anything and started running towards the washerman’s colony.
The dogs were barking continuously and chasing the jackal. When the jackal did not understand anything, he went and hid in the washerman’s drum, in which indigo was dissolved. The group of dogs went away after not finding the jackal.
The poor jackal hid in that indigo drum all night long. Early in the morning when he came out of the drum, he saw that his whole body had turned blue. The jackal was very clever, seeing its colour, a thought came to his mind and he came back to the forest.
Arriving in the forest, he announced that he wanted to deliver the message of God, so all the animals gathered at one place. All the animals gathered under a big tree to listen to the jackal.
The jackal said to the assembly of animals, “Has anyone ever seen a blue colored animal? God has given me this unique color and told me to rule the jungle. God has told me that it is your responsibility to Guide the animals of the forest.”
All the animals agreed to the jackal. Everyone said in one voice, “Say Maharaj, what is the order?” The jackal said, “All the jackals should go away from the forest, because God has said that because of the jackals, a great calamity is going to come in this forest.”
Taking the words of the blue jackal as the order of God, all the animals of the forest chased the jackal out of the forest. The blue jackal did this because if the jackal had stayed in the forest, his secret could have been revealed.
Now the blue jackal had become the king of the jungle. Peacocks fan and monkeys stomp their feet. If the jackal wanted to eat any animal, he used to ask for its sacrifice. Now the jackal did not go anywhere, always sitting in his royal den and all the animals were engaged in his service.
One day in the moonlit night the jackal felt thirsty. When he came out of the den, he heard the sound of jackals in the distance, who were speaking.
Jackals make hoo-hoo noises at night because it is their habit. Even the blue jackal could not restrain himself. He also started speaking loudly. Hearing the noise, all the animals around woke up.
They saw the blue jackal hoo-hoo, then they realized it was a jackal and it fooled us. Now the secret of blue jackal has been revealed. Knowing this all the animals pounced on him and killed him.
The Blue Jackal Story Moral: We should never lie, one day the truth gets exposed. No one can be fooled for long.
FAQs
Q. यह कहानी कौन-कौन से भाषा में लिखी गई है?
Ans: यह कहानी हिंदी और अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है।
Q. अंत में नीले सियार का क्या हुआ?
Ans: कहानी के अंत में, जंगल के सभी जानवरों ने नीले सियार को मार डाला क्योंकि वह झूठ में पकड़ा गया था।
निष्कर्ष
बच्चो के लिए The Blue Jackal Story in Hindi बहुत ही मजेदार है. यदि आप इस The Blue Jackal Story in Hindi को अपने बच्चो को सुनाते है तो वे सही और गलत का पहचान कर जीवन में आगे बढ़ने का सीख ले सकते है.
हमे उम्मीद है की यह The Blue Jackal Story in Hindi पसंद आई होगी. यदि ये Moral Kahaniyaa से आपको कुछ सिखने को मिला है या उपयोगी है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर जरुर करे.
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