Very Very Short Stories In Hindi: बच्चो और हिंदी कहानियाँ के साथ बहुत बड़ी नाता है. क्युकी बचपन में बच्चो को कहानियाँ सुनने में बहुत अच्छा लगता है. वही बचपन में जब बच्चे अपने नाना-नानी और दादा-दादी के पास जब भी जाते है तो उनसे कुछ Short Moral Stories In Hindi for Kids सुनते है. Hindi Short Stories बच्चो को सुनाने से बहुत कुछ सिखने को मिलता है. क्युकी इस तरह की Short Moral Stories पढ़ने से या सुनने से Moral Value मिलता है.
यह लेख Very Short Moral Stories in Hindi के बारे में है जिसमे Moral Stories for Childrens in Hindi में मिल जाएगा. ये Moral Kahaniya पढ़ने के बाद यकींन मानिए आपका बचपन फिर से याद आने लगेगा. क्युकी ये Simple Story in hindi वही कहानियाँ होती है जो बच्चो को सुलाते वक़्त (Bedtime Short Stories) या रोते हुए बच्चो को मनाते वक़्त सुनाया जाता है.
हमने यहाँ पर कहानियो को बहुत ही मजेदार अंदाज में बताया है. जिससे आप अपने बच्चो को बहुत ही छोटी कहानियो से एक अच्छी शिक्षा दे पाएंगे. हालाकि इन्टरनेट में Short Stories के साथ साथ Long Stories भी मिल जाएगा लेकिन Very short hindi story होने से कम समय में बच्चो को अच्छी शिक्षा दिया जा सकता है.
हर बच्चो को कहानियाँ सुनना पसंद है. शायद इसलिए हिंदी कहानियाँ की महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. कहानियाँ बच्चो को शिक्षा के साथ साथ मनोरंजन भी करती है. वही यह मोरल हिंदी कहानियाँ बच्चो के मन को लुभाती है जिससे बच्चे और ज्यादा कहानी के तरफ आकर्षक होते है.
जैसे की इस लेख में Very Short Stories In Hindi के बारे में है. इसलिए निचे कुछ बेहतरीन मोरल हिंदी कहानियाँ (Hindi Stories) दिया गया है जिसे आप अपने बच्चो के लिए चुन सकते है की कौन सी कहानी सुनानी है.
Table of Contents
Very Very Short Stories In Hindi – बच्चों के लिए हिंदी में प्रेरक कहानियां
Hindi Short Stories वह कहानियाँ होती है जिसमे कम शब्द होती है लेकिन कहानी में मोरल वैल्यू होती है. वही ये छोटी हिंदी कहानियाँ आपके समय को बचाती है इसके साथ साथ ही आपको एक सिख देती है. जैसे की कहानियाँ पढने से जो सिख मिलती है उससे हमे हमारी होने वाली गलतियों से बचने में मदद करती है.
आइये इस Interesting Short Stories लेख में आगे बढ़ते है और Short Moral Stories in Hindi पढ़ते है. एक जरुरी सुचना यह की यदि आपको ये कहानियाँ अच्छी लगे तो इसे अपने किसी दोस्त के साथ शेयर अवश्य करे.
1# प्यासा कबूतर – Hindi Short Stories
Story Pyasa Kabutar: गर्मी का मौसम था । एक कबूतर था जो हमेशा खुश रहता था। गर्मी के दिनों में सभी झीलें और तालाब भीषण गर्मी के कारण सूख गए थे। कबूतर बहुत प्यासा था और पानी के लिए बेताब था लेकिन कहीं भी पानी नहीं मिल रहा था। उसने एक दीवार पर पानी के गिलास का चित्र देखा।
चित्र देखकर वह दीवार के पास आया। कबूतर ने सोचा कि ये चित्र असली है और अपनी पूरी ताकत के साथ उस पर टूट पड़ा। वह दीवार से टकरा गया और उसके पंख टूट गए। और वह भूमि पर गिर पड़ा और वहीं असहाय पड़ा रहा। कुछ देर बाद वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने घायल कबूतर को पकड़ लिया।
शिक्षा –: अति उत्साह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है
2# सूरज का का विवाह – Small Story in Hindi
गर्मी का दिन था । पृथ्वी पर अचानक लोगों ने खबर सुनी कि सूरज का जल्द ही विवाह होने वाला है। सारे लोग बहुत प्रसन्न हुए। मेंढक भी बहुत प्रसन्न हुए और पानी में उछल-कूद मचाने लगे। एक बूढ़ा मेंढक पानी के ऊपर आया और सारे मेंढकों को समझाने लगा कि यह प्रसन्नता की नहीं दुख की बात है, “मेरे साथियो !
तुम लोग इतने प्रसन्न क्यों हो रहे हो ? क्या यह वाकई खुशी मनाने की खबर है ? एक अकेला सूरज तो अपनी गर्मी से हमें झुलसा देता है। जरा सोचो, जब इस सूरज के दर्जन भर बच्चे हो जाएँगे तो हमारा क्या हाल होगा। हमारा कष्ट कई गुना बढ़ जाएगा और हम लोग जीवित नहीं रह पाएँगे।”
शिक्षा – हर चीज अच्छे के लिए नहीं होती, उसमे गम्बीर्ता से सोचना विचार करना चाहिए.
3# शेर और चूहा – Short Moral Stories in Hindi
Sher Aur Chuha Ki Kahani: एक समय की बात है। एक जंगल में एक शेर और एक चूहा रहता था। एक दिन शेर सो रहा था। चूहा सोते हुए शेर के ऊपर खेलने लगा। शेर की नींद ‘खुल गई और उसने गुस्से से चूहे को पकड़ा और मार डालना चाहा। किन्तु चूहे ने माफ़ी मांग कर खुद को बचा लिया।
कुछ समय बाद शिकारियों ने उस शेर को जाल में पकड़ लिया। शेर बहुत घबरा गया। चूहे ने शेर को इस हालत में देखा, उसने झट से अपने दाँतो से जाल को काट दिया और शेर की जान बचाई।
सीख – अच्छा करो, अच्छा मिलेगा।
4# गाय और शेर – Famous Hindi Short Stories
Gai Aur Sher Ki Kahani: पांच गायें एक जंगल में रहती थी। वे एक बड़े से हरे घास के मैदान से ताजी ताजी घास खाती थी। वे बहुत अच्छी दोस्त थी। – वे एक साथ मिल-जुल रहती थीं। ताकि शेर उन पर हमला न कर पाए ।
एक दिन उन पाँचो गायों के बीच लड़ाई हो गई और सभी अलग-अलग जगहों से घास खाने लगीं। शेर ने सोचा इस मौके का फायदा उठाया जाये और शेर ने एक- एक करके सारी गायों को मार डाला।
सीख – एकता में ही ताकत होती है।
5# शरारती चूहा – Small Moral Stories in Hindi
Chuha Ki Kahani: एक बहुत शरारती चूहा था। वह लोगों के घरों में जाकर बहुत उधम मचाता था। किसी के कपड़े कुतर जाता तो किसी का अनाज खा जाता। लोग उस चूहे से बहुत परेशान थे। एक दिन उस चूहे ने एक गरम तेल के बर्तन में अपना मुँह डाल दिया। उसका मुँह बुरी तरह से जल गया। चूहा दुम दबा कर भागा और कभी वापस नहीं आया।
सीख – ज्यादा शरारत करने पर नुकसान खुदका होता है.
6# मीना और नानी – Simple Story in Hindi
Meena Aur Nani Ki Kahahi: मीना गर्मी की छुट्टियों में अपनी नानी के गांव गई। नानी के गांव में चारों ओर बहुत हरियाली थी। गांव के पास में एक नदी भी थी। एक दिन मीना नानी के साथ गांव की सैर पर निकली। मीना ने गांव के हरे-भरे खेत देखे, नीम के पेड़ पर झूला झूला, बहुत सारे आम खाये। नदी में नाव से सैर भी की। मीना को नानी के गांव में बहुत मजा आया।
सीख – बड़े बुजुर्ग की बात माननी चाहिए, जीवन में खुसी मिलती है.
7# ओक का पेड़ और ऊँची घास – A Small Story in Hindi
Ok Aur Ped Ki Kahani: अपठित गद्यांश पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों को हल करें। एक समय की बात है। एक ओक का पेड़ हमेशा घास के पौधों से कहा करता था कि वह उन घास के पौधों से कहीं अधिक मजबूत है। उसने घास के पौधों से कहा “मैं तूफान में भी सीधा खड़ा रहता हूं।
मैं हर बार हवा के झोंके के डर से अपना सिर नहीं झुकाता। लेकिन तुम घास के पौधों वाकई कितने कमजोर होते हो।” उसी रात तूफान आया और शक्तिशाली ओक का पेड़ उखड़ गया। घास के पौधों ने कहा “हे भगवान! ” अच्छा हुआ आपने हमें ऐसा बनाया, क्योंकि हम झुकते हैं लेकिन हम टूटते नहीं हैं।
सीख – “कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। “
8# चिड़िया और पोटली – Short Story in Hindi for Class 10
Chidiya Wali Kahani: एक चिड़िया थी उसने एक पोटली बना ली और अच्छा या बुरा जो भी उसके साथ होता था वह एक छोटा सा पत्थर उस पोटली में डाल देती थी कुछ ही दिनों में उसकी पोटली बहुत भारी हो गयी जिस कारण वह चिड़िया उड़ नहीं पा रही थी। कुछ और दिन वीतने पर उसका चलना फिरना भी मुश्किल हो गया।
सीख – हम भी अगर पुरानी अप्रिय बातों को भूलकर भविष्य के पथ पर अग्रसर नहीं होंगे तो हम कभी वर्तमान का आंनद नहीं ले पाते है।
9# लालची मक्खियाँ – Hindi Short Stories With Pictures
रणवीर की राशन की दुकान थो। उसकी दुकान पर दालें, चावल, और आटे से लेकर नमकीन, बिस्कुट आदि सब कुछ मिलता था। ऐसी कोई चीज़ न होगी जो उसकी दुकान पर न मिलती हो । एक बार दुकान पर रखी शहद की बोतल उलट गई।
चारों ओर से कई मक्खियाँ उस बिखरे शहद पर टूट पढ़ीं। सब कुछ भूलकर वह शहद चाटने लगीं। वे शहद चाटने मैं इतनी मग्न हो गईं कि उन्हें पता ही नहीं चला कब उनके पैर शहद में चिपक गए। अब उनके लिए उड़ना मुश्किल हो गया। उन्हें अपने लालच पर पछतावा होने लगा। क) रणवीर की किस चीज़ की ‘दुकान थी?
सीख – लालच बुरी बला है.
10# दो मुर्गे और एक बाज़ – Short Stories in Hindi With Moral Values
एक बार की बात है, दो मुर्गे एक पहाड़ी को लेकर लड़ रहे थे। वे दोनों अपनी पूरी ताकत से लड़ रहे थे, क्योंकि जो भी जीतेगा वह पहाड़ी का राजा बनेगा |
अंत में एक मुर्गा जीत गया और दूसरा मुर्गा लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गया और हार गया। जीतने वाले मुर्गा ने अपनी जीत की घोषणा करने के लिए एक ऊँची उड़ान भरी और तेज आवाज में चिल्ला कर सबको अपनी जीत के बारे में बताया।
इतने में एक बाज़ उड़ता हुआ आया और इस घमण्डी मुर्गे को देखा। उसने झपट्टा मारा और मुर्गे को पकड़ कर दूर ले गया। दूसरा मुर्गा जो हार गया था वह सब कुछ देख रहा था, वह जल्दी से बाहर आया और खुद को पहाड़ी का राजा घोषित कर दिया।
शिक्षा : जरुरत से ज्यादा घमंड सेहत के लिए खतरनाक होता है ।
11# लालची कुत्ता – Small Short Stories With Moral Values in Hindi
The greedy dog story in hindi: एक बार एक कुत्ते को बहुत जोर से भूख लगी थी। तभी उसे एक रोटी मिली । वह उस रोटी का पूरा आनंद लेना चहाता था । इसलिए वह उसे शान्ति में बैठकर खाने की इच्छा से रोटी को अपने मुंह में दबाकर नदी की ओर चल दिया ।
नदी पर से रोटी को एक छोटा पुल था। जब कुत्ता नदी पार कर रहा था, तभी उसे पानी में अपनी परछायी दिखाई दी । उसने अपनी परछायी को दूसरा कुत्ता समझा और उसकी रोटी छीनना चाहा ।
रोटी छीनने के लिए उसने भौंकते हुए नदी में छलाँग लगा दी। मुँह खोलते ही उसके मुँह की रोटी नदी के जल में गिरकर बह गयी और Lalchi Kutta भूखा ही रह गया । इसलिए कहा गया है कि हमें लालच नहीं करना चाहिये ।
12# धन – Short Moral Stories in Hindi for Class 8
एक आदमी ने गुरू नानक से पूछा: मैं इतना गरीब क्यों हूँ? गुरू नानक ने कहा: तुम गरीब हो क्योंकि तुमने देना नहीं सीखा… आदमी ने कहा : परन्तु मेरे पास तो देने के लिए कुछ भी नहीं है।
गुरू नानक ने कहा : तुम्हारा चेहरा, एक मुस्कान दे सकता है… तुम्हारा मुँह, किसी की प्रशंसा कर सकता है या दूसरों को सुकून पहुंचाने के लिए दो मीठे बोल बोल सकता है… तुम्हारे हाथ, किसी ज़रूरतमंद की सहायता कर सकते हैं…और तुम कहते हो तुम्हारे पास देने के लिए कुछ भी नहीं… ।।
शिक्षा : आत्मा की गरीबी ही वास्तविक गरीबी है… पाने का हक उसी को है…. जो देना जानता है।
13# सोच बदलो जिंदगी बदलो – Hindi Short Stories for Class 3
90% लोग इसलिए कामयाब नहीं होते, क्योंकि जब भी कोई ऑपरचुनिटी उनके पास आती है वे उसे “शक” की नज़र से देखते हैं।
10 % लोग इस लिए कामयाब होते हैं, क्योंकि जब भी कोई ऑपरचुनिटी उनके पास आती है वे उसे “मौके” की तरह देखते हैं।
14# एक फकीर की बहतरीन बात – Short Motivational Stories in Hindi with Moral
एक फ़कीर नदी के किनारे बैठा था किसी ने पूछा बाबा क्या कर रहे हो? फ़कीर ने कहा इंतज़ार कर रहा हूँ की पूरी नदी बह जाएं तो फिर पार करूँ। उस व्यक्ति ने कहा कैसी बात करते हो बाबा पूरा जल बहने के इंतज़ार मे तो तुम कभी नदी पार ही नही कर पाओगे.
फ़कीर ने कहा यही तो मै तुम लोगो को समझाना चाहता हूँ की तुम लोग जो सदा यह कहते रहते हो की एक बार जीवनकी ज़िम्मेदारियाँ पूरी हो जाये तो मौज करूँ, घूमूँ फिरू, सबसे मिलूँ, सेवा करूँ, जैसे नदी का जल खत्म नही होगा हमको इस जल से ही पार जाने का रास्ता बनाना है इस प्रकार जीवन खत्म हो जायेगा पर जीव के काम कभी खत्म नही होंगे.
15# मृत्यु टाले नहीं टलती – Hindi Pustak Samiksha Short Stories
भगवान विष्णु के गरुड़ की नजर एक चिड़िया पर पड़ी, उसी समय कैलाश पर यम देव पधारे और उन्होंने उस पक्षी को आश्चर्य से देखा। गरुड़ समझ गए उस चिड़िया का अंत निकट है, उनको दया आ गई और चिड़िया को अपने पंजों में दबा कर हजारो कोस दूर जंगल में छोड़ कर वापिस कैलाश आ गए।
यम देव कैलाश से बाहर आए तो गरुड़ ने पूछा कि उन्होंने चिड़िया को आश्चर्य से क्यों देखा था तो यम देव बोले, जब मैंने चिड़िया को देखा तो ज्ञात हुआ कि उसे कुछ ही पल बाद यहाँ से हजारों कोस दूर एक नाग खा लेगा, मैं सोच रहा था वो इतनी जलदी इतनी दूर कैसे जाएगी पर अब जब वो यहाँ नहीं है तो निश्चित ही वो मर चुकी होगी।
गरुड़ समझ गये मृत्यु टाले नहीं टलती चाहे कितनी चतुराई की जाए।
16# धनवान और निर्धन – 5 Lines Story in Hindi
एक निर्धन व्यक्ति था, वह सरसो के तेल का दीपक जलाकर नित्य गली में रख देता था। चूँकि गली अँधेरी थी इसलिए वहाँ से गुजरने वाले राहगीरों को बहुत लाभ मिलता था। निकट रहने वाला एक धनवान व्यक्ति प्रतिदिन भगवान के मंदिर में एक घी का दीपक जलाया करता था।
मृत्यु होने पर जब दोनो यमलोक पहुँचे तो धनपति को निम्न श्रेणी और निर्धन को उच्च श्रेणी की सुविधा प्रदान की गयी, धनपति को यमराज का यह न्याय ठीक नहीं लगा और उन्होंने यमराज से इस संदर्भ में प्रश्न किया तो यमराज बोले- “पुण्य की महत्ता धन से नहीं कार्य के उपयोगिता सन्निहित भावना के आधार पर होती है, मंदिर तो पहले से ही प्रकाशित था। उस व्यक्ति ने ऐसे स्थान पर प्रकाश फैलाया, जिससे हजारों जरूरतमंदों तक प्रकाश पहुँचा इसी से वह ज्यादा पुण्य का अधिकारी बना.
17# मजबूरियों फायदा – 10 Lines Short Stories With Moral in Hindi
एक गरीब, एक सिक्ख से बोला, सरदार जी मेरी 2 एकड़ जमीन रख लो, 50 हजार रुपये में। सिक्ख ने श्री गुरु नानक देव जी का ध्यान किया और 5 मिनट सोच कर बोला, नहीं, मैं उसकी कीमत 2 लाख रुपये
दूँगा। गरीब बोला के मैं तो 50 हजार मांग रहा हूँ, आप 2 लाख क्यों देना चाहते हैं? सिक्ख बोला, तुम जमीन क्यों बेच रहे हो? गरीब बोला, बेटी की शादी करना है इसीलिए मज़बूरी में बेचना है पर आप 2 लाख क्यों दे रहे हैं?
सिक्ख बोला, मुझे जमीन खरीदनी है, किसी की मजबूरी नहीं अगर आपकी जमीन की कीमत मुझे मालूम है तो मुझे आपकी मजबूरी का फायदा नहीं उठाना, मेरा वाहेगुरू कभी खुश नहीं होगा ऐसी जमीन या कोई भी साधन, जो किसी की मजबूरियों को देख के खरीदा जाये वो जिंदगी में सुख नहीं देता, आने वाली पीढ़ी मिट जाती है.
सिक्ख ने कहा, तुम खुशी खुशी, अपनी बेटी की शादी की तैयारी करो, 50 हजार की व्यवस्था हम गांव वाले मिलकर कर लेंगे, तेरी जमीन भी तेरी ही रहेगी, मेरे गुरु नानक देव जी ने भी यही हुक्म दिया है। गरीब हाथ जोड़कर नीर भरी आँखों के साथ दुआयें देता चला गया, संगत जी, यही है गुरु के सिख की निशानी, मदद करो पर किसी का फायदा ना उठाओ, ऐसे परमार्थ में भी तरक्की होती है.
18# झूठा ना छोड़ना – One Small Story in Hindi
बर्तन से पूरी तरह पोंछ कर खाना खाने वाले एक बालक के दोस्त उसका रोज मज़ाक उड़ाते थे।
एक ने उस बालक से पूछा- “तुम रोजाना बर्तन में एक कण भी क्यों नही छोड़ते? बालक बोला इसके 3 कारण है।
- यह मेरे पिता के प्रति आदर है, जो इस भोजन को मेहनत से कमाए रूपयों से खरीद कर लाते हैं।
- ये मेरी माँ के प्रति आदर है जो सुबह जल्दी उठकर बड़े चाव से इसे पकाती हैं।
- यह आदर मेरे देश के उन किसानो के प्रति है, जो खेतो में भूखे रहकर कड़ी मेहनत से इसे पैदा करते हैं।
इसलिए थाली में झूठा छोड़ना अपनी शान ना समझें।
सीख: खाना खाओ मनभर – ना छोडो कणभर उतना ही ले थाली में… व्यर्थ ना जाए… नाली में
19# बाप-बेटा – Simple Hindi Story for Class 1
बेटा अपने बूढ़े बाप को अनाथ आश्रम छोड़ कर वापस आ रहा था, तो उसकी बीवी ने फोन किया और कहा, ‘अपने बाप को यह भी कह दो कि त्योहार पर भी घर आने की आवश्यकता नहीं, अब वहीं रहें और हमें शांति से जीने दें।’
बेटा वापस मुड़ा और अनाथ आश्रम गया, तो देखा कि उसका बाप आश्रम के मैनेजर के साथ खुश, गप्पों में व्यस्त हैं और वह यूँ बैठे हैं जैसे बरसों से एक-दूसरे को जानते हों।
बेटे ने पूछा, ‘सर, आप मेरे पिता को किस तरह और कब से जानते हैं ?’ उसने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, ‘जब ये अनाथालय से एक बच्चे को गोद लेने आए थे!’
20# दिल छू लेने वाली एक कहानी – Small Hindi Story for Class 1
एक 80 वर्षीय बुजुर्ग के दिल का ऑपरेशन हुआ! बिल आया 8 लाख रुपया, बिल देखने के बाद, बुजुर्ग की आंखों में आंसू आ गए। यह देखकर डॉक्टर ने कहा। आप रोइए मत मैं इसे कम कर देता हूं।
बुजुर्ग ने कहा यह बिल तो बहुत कम है, अगर 10 लाख भी होता तो भी मैं देने में समर्थ हूं। आंसू तो इसलिए आए कि जिस प्रभु ने इस दिल को 80 वर्ष तक संभाला।
उसने कोई बिल नहीं भेजा, आपने केवल इसे 3 घंटे संभाला। 8 लाख रुपये वाह रे मेरे प्रभु आप कितना ध्यान रखते थे हमारा।
21# माँ – Short Hindi Story for Class 3
एक दिन दो मित्र काफी अरसे बाद एक दूसरे से मिले, एक मित्र ने दूसरे से सहज ही पूछ लिया “माँ कैसी है ?”
कुछ पल चुप रहने के बाद दूसरा मित्र बोला ” अच्छी है, दो वर्ष से वृद्धाश्रम में है। आज उसका जन्मदिन है मिलकर आया हूँ ।” फिर उसने पहले मित्र से पूछा “तुम्हारी
माँ तुम्हारे साथ ही रहती है ?” तब उसने दिल को छू देने वाली बात कही.. उसने कहा” मैं अभी इतना बड़ा नहीं हुआ कि अपनी माँ को रख सकूँ, मैं ही माँ के पास रहता हूँ जन्म से ” !!
22. कानी हिरणी – Very Short Moral Stories in Hindi
एक हिरणी की एक आँख में किसी शिकारी का तीर लग गया। उसे अब एक ही आँख से दिखाई देता था। पर वह दुखी नही हुई किसी भी खतरे से बचने के लिए वह ऊँची पहाड़ी पर चरा करती थी।
एक बार नाव पर सवार होकर समुद्र की ओर से शिकारी आए। हिरणी आवाज से चौकन्नी हो गई। उसने सिर घुमाकर चारों ओर देखा। नाव से निशाना साधते शिकारी को देखकर वह सब समझ गई और पलक झपकते चौकड़ी भरकर नौ दो ग्यारह हो गई।
निष्कर्ष
बच्चो की मानसिक विकाश के लिए ये कहानियाँ बहुत बड़ी भूमिका निभाती है. वही Short Hindi Stories सभी के जीवन में कुछ ना कुछ सिख देती है. हमे उम्मीद है की यह Short Moral Stories in Hindi और Short Moral Stories for Childrens in Hindi पसंद आई होगी. यदि ये Moral Kahaniyaa से आपको कुछ सिखने को मिला है या यह Small Moral Stories in Hindi उपयोगी है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर जरुर करे.
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