Saamp Ki Kahaniyan: क्या आपको सांप की कहानियाँ पढ़ना अच्छा लगता है. यदि हाँ, तो आज हम आपके लिए लेकर आए है भारत के लोकप्रिय कुछ Snake Stories जो की बच्चो को बहुत पसंद आती है.
यदि आपके घर में कोई बच्चा है तो आप उन्हें भी ये सारी सांप की स्टोरीज को सुना सकते है. इसके साथ ही इन सभी Kahaniyan से बच्चो को बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा. इसलिए इस Kahani को पूरा जरुर पढ़े.
हमने नीचे कुछ बहुत ही प्रशीद्ध और बच्चो की पसंदीता Saanp Ki Kahaniyan लिखी है. तो आइए अब देर न करते हुए उन सभी स्टोरीज को पढ़ते है और कुछ नया सीखते है.
1# Saamp Aur Kauwa Ki Kahani – सांप और कौआ की कहानी
Saap-Kauwa Ki Kahaniyan: एक ज़माने में। जंगल में दो कौए अपना घर बनाने के लिए इधर-उधर घूम रहे थे। तभी उन दोनों को एक बहुत बड़ा पेड़ दिखाई दिया। दोनों ने उस पेड़ में अपना घर बना लिया। उस पेड़ पर कौए का एक जोड़ा खुशी से रह रहा था। ऐसे ही कुछ दिन बीत गए।
एक दिन उसकी खुशी पर एक सांप की नजर पड़ गई। सांप ने भी उसी पेड़ में रहने की सोची और उसी पेड़ के नीचे बने बिल में रहने लगा जिस पर कौए का घोंसला था।
एक दिन जब एक कौए का जोड़ा चरने के लिए गया था, तो सांप उनके घोंसले में घुस गया और उनके अंडे खा गया। शाम को जब वे लौटे तो घोंसला खाली पाया, जिसे देखकर वे परेशान हो गए। उन्हें नहीं पता था कि अंडे कौन ले गया।
इसी तरह लगातार कुछ दिनों तक जब भी कौए खाने के लिए बाहर जाते तो सांप उनके घोंसले में जाकर उनका अंडा खा जाता था। जिससे दोनों कौए परेशान रहने लगे। लेकिन उन्हें यह पता नहीं चल पा रहा था कि उनके अंडे कौन ले रहा है।
बहुत दिन ऐसे ही निकल गए। एक दिन एक कौए कुछ अनाज खाकर जल्दी ही अपने घोंसले में आ गया, तो उन्होंने देखा कि बिल में रहने वाला एक सांप उनके अंडे खा रहा है। जिसके बाद दोनों कौवों ने आपस में बात की और पेड़ पर एक ऊंचे स्थान पर छिपकर अपना घोंसला बना लिया।
सर्प ने देखा कि कौए का जोड़ा पहले वाली जगह से चला गया है, लेकिन दोनों कौए शाम को वापस पेड़ पर आ जाते हैं, लेकिन सांप को यह जानकारी नहीं मिल रही थी कि वे कहां रहते हैं।
इस प्रकार बहुत दिन बीत गए। कौए के अंडों से बच्चे निकले और वे बड़े होने लगे। एक दिन सांप को उनके नए घोंसले के बारे में पता चला और वह कौए के जाने का इंतजार करने लगा। जैसे ही कौए ने घोंसला छोड़ा, सांप उनके घोंसले की ओर बढ़ने लगा।
लेकिन किसी कारणवश कौओं का जोड़ा वापस पेड़ पर लौटने लगा। उन्होंने सांप को दूर से अपने घोंसले की ओर जाते हुए देखा और वे दोनों जल्दी से वहां पहुंचे और अपने बच्चों को पेड़ की आड़ में छिपा दिया।
सांप ने देखा कि घोंसला खाली है, तो वह कौए की चाल समझ गया और बिल के पास वापस गया और सही समय का इंतजार करने लगा। इस बीच कौओ ने सांप से छुटकारा पाने के लिए एक योजना बनाई।
कौआ उड़ गया और जंगल के पास के एक राज्य में चला गया। उस राज्य में एक सुन्दर महल था। राजकुमारी अपनी सहेलियों के साथ महल में खेल रही थी। कौआ उसके गले का मोतियों का हार लेकर उड़ गया। जब सभी ने शोर मचाया तो पहरेदारों ने हार पाने के लिए कौए का पीछा करना शुरू कर दिया।
कौए ने जंगल में पहुंचकर हार को सांप के बिल में डाल दिया, जिसे पीछे चल रहे सैनिकों ने देखा। सिपाहियों ने जैसे ही हार निकालने के लिए बिल में हाथ डाला सांप फुफकारता हुआ बाहर निकल आया। सांप को देखकर सिपाहियों ने उस पर तलवारों से हमला कर दिया।
जिससे सांप घायल हो गया और अपनी जान बचाकर भाग गया। सांप के जाने के बाद कौआ अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रहने लगा।
हमने क्या सीखा: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी कमजोर का फायदा नहीं उठाना चाहिए। साथ ही मुसीबत में समझदारी से काम लेना चाहिए। उदाहरण के लिए इस कहानी में कौए ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए सांप को भगाया और अपने बच्चों को भी बचा लिया।
2# किसान और सांप की कहानी – Saanp Ki Kahaniyan
Kishan-Saanp Ki Kahaniyan: एक बार एक किसान सर्दियों में अपने खेतों से गुजर रहा था। तभी उसकी नजर ठंड में सिकुड़ रहे एक सांप पर पड़ी। किसान जानता था कि सांप बहुत खतरनाक जीव है लेकिन फिर भी उसने उसे उठाकर अपनी टोकरी में रख लिया।
फिर उस पर घास और पत्ते डाल दें ताकि उसे थोड़ी गर्मी मिले और वह ठंड से मरने से बच जाए।जल्द ही सांप ठीक हो गया और टोकरी से बाहर आया और उस किसान को डस लिया जिसने उसकी इतनी मदद की थी।
वह अपने जहर से तुरंत मर गया और मरते समय उसने अपनी अंतिम सांस में कहा, “ये सांप माने तुम्हारी मदद की और तुमने मुझे ही कट लिया, मुझे तुम्हारी मदद नहीं करनी चाहिए था”। यह कह कर उस किसान की मृत्यु हो गई.
नैतिक शिक्षा: कुछ लोग ऐसे होते हैं की जो अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते हैं, फिर चाहे हम उनके साथ कितना भी अच्छा व्यवहार करें। हमेशा उन लोगों से सावधान रहें और उनसे दूरी बनाए रखें जो केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं।
3# लोमड़ी और साँप की कहानी – Saap Ki Kahaniyan
Lomdi-Saap Ki Kahaniyan: एक दिन एक लोमड़ी जंगल में घूम रही थी। घूमते-घूमते उसे एक पेड़ के नीचे एक सांप लेटा हुआ मिला। साँप अपना पूरा शरीर लंबा करके लेटा हुआ था। यह एक लंबा साँप था। लोमड़ी वहीं रुक गई और उसे ध्यान से देखा।
फिर वह सोचने लगी, ‘इसका शरीर कितना लंबा है। क्यों न मैं भी अपने शरीर को खींचकर साँप जितना लंबा कर लूँ!’ यह सोचकर लोमड़ी झटपट से साँप की बगल में लेट गई और अपने शरीर को खींचकर लंबा करने लगी। उसने अपने शरीर को पूरी ताकत से खींचा। साँप ने उसे देखा तो बोला, “अरे! यह तुम क्या कर रही हो? शरीर को इस प्रकार खींचने से तुम्हें नुकसान होगा।”
“चुप करो! तुम्हें जलन हो रही है कि कहीं मैं भी तुम्हारी जितनी लंबी हो गई तो तुम्हें कौन पूछेगा!” कहकर लोमड़ी ने अपना शरीर इतना खींचा कि उसका पेट ही फट गया और तत्काल उसकी मौत हो गई।
नैतिक शिक्षा: हमें अनावश्यक रूप से दूसरों की नकल नहीं करनी चाहिए।
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