Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi: आज के इस पोस्ट में हम बच्चो में सबसे ज्यादा प्रचलित कहानी The Story Fox And The Grapes in Hindi के बारे में बात करेंगे.
हमने यहाँ पर Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi के साथ साथ पुरी कहानी को बहुत ही अच्छे तरीके से बताया है. जिससे आप अपने बच्चो को इस कहानी को सुनाके एक अच्छी सीख दे सकते है.
जैसे की आपको पता ही होगा यह कहानी लोमड़ी और खट्टे अंगूर की है. तो यह बहुत ही मजेदार होने वाली है. तो आइए देर न करते हुए Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi को पढ़ते है.
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लोमड़ी और खट्टे अंगूर की कहानी – Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi
एकबार की बात है एक गाँव के पास एक जंगल था. उस जंगल में एक लोमड़ी रहती थी. कई दिनों से उसने कुछ खाया नहीं था. भूक के मारे उसकी हालत बेहाल थी. खाने के तलास में चलते चलते जंगल से गाँव के तरफ आ गई थी.
जंगल से गाँव के तरफ काफी देर से चलने के कारण वह थक चुकी थी. तभी अचानक लोमड़ी को एक बहुत ही मीठी सुगंद मिली. उसने आसपास देखा तो उसको पास में ही एक बाग़ दिखाई दिया. जो बहुत ही सुंदर, हरा-भरा था.
लोमड़ी ने सोचा की जरुर इस बाग़ में कुछ तो है, जिससे इतनी मीठी सुगंद आ रही है. यदि वह चीज मुझे मिल जाए तो मेरा भूका पेट भर सकता है. उसने तुरंत सुगंद का पीछा करना शुरू कर दिया. जैसे ही वह सुगंद का पीछा करते हुए आगे बढ़ रही थी, महक और भी तेज हो रहा था.
महक के तेज होने के कारण उसकी भूक और ज्यादा बढ़ने लगी थी. वह पहले से और भी तेजी से आगे बढ़ने लगी. जब वह बाग़ के अंदर पहुची तो, उसने देखा की बाग तो अंगूर की बेलों से लदा हुआ है। सभी अंगूर पूरी तरह से पक चुके हैं।
पके हुए अंगूर देख के वह इतनी उतावली हो चुकी थी की मानो एक ही बार में बाग के सारे अंगूर खा जाएगी। उसने अंगूरों की महक से इस बात का अंदाजा लगा लिया कि अंगूर कितने रसदार और मीठे होंगे।
अब लोमड़ी अंगूर को देखते हुए उसे तोड़ने के लिए झट से एक लम्बी छलांग लगाईं, लेकिन लोमड़ी अंगूर तक पहुँच नहीं पाई और धड़ाम से जमीन पर गीर पढ़ी. गिरने के बाद वह फिर से खड़ी हो गई और सोचा की मेरा पहला प्रयास तो विफल हो गया, लेकिन क्यों न में फिर से प्रयास करू.
उसने फिर पहले से ऊँची छलांग लगाई यह सोच कर की इस बार तो वह सफल जरुर होगी. लेकिन इस बार भी वह अंगूर तक नहीं पहुच पाई और निचे जमीर पर गीर पढ़ी. जिसके बाद वह फिर खड़ी हो गई और अपने आप से कहा की अगर दो प्रयास विफल हो गए तो क्या, इस बार तो सफलता मुझे मिलकर ही रहेगी।
लोमड़ी ने हार न मानते हुए इस बार अपने शरीर के पुरी ताकत को इकट्टा करते हुए कुछ दूर से दौढ़ के आकर बहुत ही ऊँची छलांग लगाई. लेकिन अंगूर बहुत ही ऊंचाई पर होने के कारण इस बार भी लोमड़ी अंगूर तक पहुँचने में असफल रही और फिर जमीन में गिर पढ़ी.
तीनो बार अंगूर तोड़ने के प्रयास से असफल होने के कारन लोमड़ी ने अंगूर खाने की आस छोड़ थी और अपनी विफलता को छिपाने के लिए उसने खुद ही बोला कि अंगूर खट्टे हैं, इसलिए इन्हें मुझे नहीं खाना।
कहानी शिक्षा – Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi
The Story Fox And The Grapes in Hindi: इस पुरी कहानी से हमें यह सीख मिलती है की, कई बार हम सही प्रायस नहीं करते है और उस चीज को पाने की आस लिए चलते है. जब वह चीज हमें हमारे गलत प्रायस के कारण नहीं मिलता तो हम उस चीज में कमिया निकालना शुरू कर देते है.
जबकि कमिया तो हमारे अंदर होती है. यदि हम सही तरीके से प्रायस करेंगे तो किसी भी चीज को प्राप्त कर सकते है. इसके लिए हमें दुसरो के अंदर कमियों को ना खोजते हुए अपने अंदर के कमियों को पहचान कर उसे ठीक कर साथ ही सूझ बुझ से काम लेते हुए और लगातार सही तरीके से प्रायस करे तो, हम किसी भी चीज को प्राप्त कर सकते है.
निष्कर्ष
आपके जानकारी के लिए बता दे की बच्चो के लिए Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यदि आप इस Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi कहानी को अपने बच्चो को सुनाते है तो उन्हें जीवन में कभी भी हार न मानने की बहुत ही अच्छी शिक्षा मिलती है.
हमे उम्मीद है की यह Moral of The Story Fox And The Grapes in Hindi और Short Moral Stories for Childrens in Hindi पसंद आई होगी. यदि ये Moral Kahaniyaa से आपको कुछ सिखने को मिला है या यह Small Moral Stories in Hindi उपयोगी है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर जरुर करे.
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