LIC में हुए बड़े बदलाव: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने हाल ही में 1 October 2024 से कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनसे पॉलिसीधारकों को फायदा होगा। ये बदलाव नए प्लान्स, नियमों और प्रक्रियाओं से जुड़े हैं।
आइए जानते हैं इन महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में, यदि आप अक्टूबर 2024 के बाद पॉलिसी खरीदें हुए हैं तो यह शर्ते आपके पॉलिसी पर लागू है। वहीं एलआईसी की अन्य पॉलिसीधारकों पर यह शर्ते एप्लीकेबल नही है।
1. नई योजनाओं की शुरुआत
LIC ने अब तक 19 नए प्लान्स लॉन्च किए हैं, जिनमें एक माइक्रो प्रोडक्ट और दो ऑनलाइन प्रोडक्ट शामिल हैं। इन नए प्लान्स का उद्देश्य पॉलिसीधारकों को और भी बेहतर सेवाएं और विकल्प प्रदान करना है। अन्य प्रोडक्ट्स जल्द ही लॉन्च किए जाएंगे।
इसके साथ ही, इन नई योजनाओं में मिनीमम साम एस्यॉर्ड को 1 लाख से बड़ा कर 2 लाख कर दिया गया है। वहीं पॉलिसी में सरेंडर करने की समय, लोन आवेदन की समय को घटाकर 1 साल कर दिया गया है।
2. एलआईसी प्रपोजल फ़ॉर्म में बदलाव
LIC ने प्रस्ताव पत्र (Proposal Form) में भी बदलाव किए हैं। हालांकि, पुराने फॉर्म अभी भी उपलब्ध रहेंगे, लेकिन उनके साथ एक ऐडेंडम (संशोधन पत्र) भी जोड़ा जाएगा। पुराने फॉर्म का उपयोग तब तक जारी रहेगा जब तक उनका मौजूदा स्टॉक खत्म नहीं हो जाता।
3. फ्री लुक पीरियड में बढ़ोतरी
पॉलिसीधारकों के लिए फ्री लुक पीरियड, जो पहले 15 दिनों का होता था, अब बढ़ाकर 30 दिन कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब पॉलिसीधारक 30 दिनों तक पॉलिसी की समीक्षा कर सकते हैं और अगर उन्हें कुछ अनुचित लगता है, तो पॉलिसी रद्द कर सकते हैं।
4. बीओसी प्रणाली समाप्त
LIC ने ब्रांच ऑफिस कलेक्शन (BOC) प्रणाली को खत्म करने का फैसला किया है। अब प्रीमियम केवल कैश काउंटर पर जमा किया जा सकेगा, और यह प्रक्रिया तब पूरी होगी जब अंडरराइटर (Underwriter) प्रस्ताव को स्वीकार करेगा। भविष्य में BOC (Plough Back) प्रणाली पर कोई नया फैसला जल्द आने की संभावना है।
5. नामांकित व्यक्ति के बैंक विवरण अनिवार्य
अब से, नामांकित व्यक्ति (Nominee) के बैंक विवरण देना अनिवार्य कर दिया गया है। अगर नामांकित व्यक्ति नाबालिग है, तो उस स्थिति में अभिभावक (Appointee) के बैंक विवरण की आवश्यकता होगी।
6. राइडर प्रीमियम सीमा
राइडर प्रीमियम अब बेसिक प्रीमियम के 30% से अधिक नहीं होगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पॉलिसी का खर्च अधिक न हो और पॉलिसीधारकों को अतिरिक्त बोझ न उठाना पड़े।
7. क्रिटिकल इलनेस राइडर उपलब्ध नहीं
फिलहाल LIC ने क्रिटिकल इलनेस राइडर (CIR) को उपलब्ध नहीं कराया है। आने वाले समय में इस पर आगे की जानकारी दी जा सकती है।
8. पॉलिसी सरेंडर और ऋण सुविधा
पॉलिसीधारकों के लिए अब सरेंडर (पॉलिसी छोड़ने) और ऋण सुविधा 1 वर्ष की पूर्ण प्रीमियम भुगतान के बाद उपलब्ध होगी। इसका मतलब यह है कि पॉलिसीधारक अपनी पॉलिसी के 1 साल बाद इसका लाभ उठा सकते हैं।
निष्कर्ष: इन बदलावों का उद्देश्य पॉलिसीधारकों को और बेहतर सुविधाएं देना और LIC की सेवाओं को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाना है। LIC का यह कदम निश्चित रूप से बीमा उद्योग में एक सकारात्मक बदलाव लाएगा।
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