Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text: भारत की सबसे लोकप्रिय और प्रशीद्ध कहानी जिसका नाम टोपीवाला और बंदर की कहानी (Topiwala Aur Bandar Story) है. क्या आपने ये कहानी सुनी है.
यदि नहीं तो आज के इस पोस्ट में हमने Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text में लिखा है. जिसे आप बहुत ही मजे लेकर पढ़ सकते है. इसके साथ ही यदि आप चाहे तो बच्चो को ये कहानी सुना सकते है.
क्युकी ये Topiwala Aur Bandar Story in Hindi with Moral से बच्चे बहुत कुछ नया सीख सकते है. इस Topiwala aur Bandar Story in Hindi Written में हमने विडियो भी दी है जिसे आपको देखना जरुर चाहिए.
इसके अलावा आज के इस पोस्ट में आपको Topiwala Aur Bandar Story in English Written मे भी पढ़ने को मिलेगी. इसके लिए हमारे इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़े. तो आइए अब देर न करते हुए Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text को पढ़ते है.
Table of Contents
Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text | Topiwala aur Bandar Story in Hindi Written
Topiwala aur Bandar Story in Hindi Written: एक समय की बात है। दूर गांव में एक टोपी बेचने वाला रहता था। उनका मुख्य काम टोपियां बेचना था। वह गली-गली जाकर टोपियां बेचता था और उसी से वह इतना ही कमा पाता था कि अपना पेट भर सके। इसलिए वह अपने जीवन से बहुत खुश था।
वह टोपी वाला जब टोपी बेचने जाता था तो उसके पास एक थैला होता था। वह अपनी सारी टोपियां उस थैले में रखता था। वह टोपीवाला खुद टोपी पहनता है और टोपी हाथ में लेकर लोगों को पुकारता है, टोपी ले लो…। एक बार बहुत गर्म दिन था। ऐसा लग रहा था जैसे आसमान से आग बरस रही हो।
टोपीवाला जंगल के पास से गुजर रहा था। उन्हें काफी गर्मी भी लग रही थी। रास्ते में उसे एक बहुत ही घना पेड़ दिखा। उस पेड़ के नीचे बहुत ठंड थी। पेड़ के नीचे पूरी छांव थी। सूरज की एक किरण भी नहीं पड़ रही थी।
टोपी वाले ने सोचा, बहुत थक गया हूं। इस धूप में आगे बढ़ना भी मुश्किल है। मुझे इस पेड़ के नीचे कुछ देर आराम करना चाहिए। यह सोचकर टोपी वाला उस पेड़ की छाया में बैठ गया। सारा दिन वह इधर से उधर घूमता रहा। जिसके कारण वह थक चूका था और वह सो गया। वह टोपी का बैग बगल में रखकर सो गया।
उस पेड़ के ऊपर कुछ बंदर मौजूद थे। बंदरों ने देखा कि यह आदमी सिर पर टोपी लगाकर सो रहा है। हमें उसकी झोली में देखना चाहिए कि उसमें क्या है?
इसके बाद बंदर उस व्यक्ति के पास आए और उसके बैग को देखने लगे। लेकिन बंदरों को उसकी झोली से खाने के लिए कुछ नहीं मिला। झोले में खाने को कुछ नहीं था लेकिन टोपिया मौजूद थी।
टोपी हाथ में लेकर वह बंदर टोपीवाले की ओर देखने लगा। उसे इसके बारे में कुछ नहीं पता था। बंदर नकलची होते हैं। बन्दरों ने देखा कि टोपी वाले ने सिर पर टोपी पहन रखी है। सब बंदर भी टोपियाँ पहन कर इधर उधर घूमने लगे। इसके बाद बंदर पेड़ पर चढ़कर बैठ गए ।
टोपी वाला जाग गया। उसने अपना बैग देखा। उसमें एक भी टोपी मौजूद नहीं थी। टोपी वाला इधर उधर देखने लगा।
उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि उसकी सारी टोपियाँ कहाँ चली गईं। अगर कोई टोपी चुराता है तो वह टोपी को बैग के साथ ले जाएगा। लेकिन वही झोला खाली पड़ा है।
अचानक टोपीवाले की नजर पेड़ के ऊपर गई। यह देखकर वह परेशान हो गया। उनकी सभी टोपियां बंदरों ने पहन रखी थीं। टोपीवाला चिंतित हो गया।
आखिर अपनी टोपी बंदरों से कैसे वापस ले? टोपी वाला बंदरों को डराने की कोशिश करता है। टोपी पहनने वाले को ही बंदर डराने लगते हैं। टोपी वाले को एक बात याद आई कि बंदर नकलची होते हैं।
वे जैसा इंसान देखते हैं वैसा ही करने की कोशिश करते हैं। टोपी वाले ने अपनी टोपी उतार दी, यह देख बंदरों ने भी अपनी टोपी उतार दी।
यह देखकर टोपीवाले का दिल बहुत खुश हुआ। इसके बाद टोपी वाले ने बंदरों को देखते हुए अपनी टोपी जमीन पर रख दी और थोड़ा दूर चला गया। अब क्या था, सारे बंदर पेड़ से उतर गए और अपनी-अपनी टोपियाँ जमीन पर एक जगह रख दीं। फिर सारे बंदर पेड़ पर चढ़ गए।
टोपी वाले ने अच्छा मौका पाकर अपनी सारी टोपियां झोले में रख लीं और वहां से नौ दो ग्यारह हो गया।
Topiwala Aur Bandar Story in Hindi with Moral से हमने क्या सीखा?
Topiwala Aur Bandar Story in Hindi with Moral कहानी से हमें यह सिक्षा मिलती है की अगर कोई मुसीबत आए तो उसका डटकर सामना करना चाहिए। पीछे हटने से नुकसान ही हो सकता है। टोपीवाला ने जिस तरह अंत तक हार नहीं मानी, हमें भी अंत तक प्रयास करते रहना चाहिए।
टोपीवाला और बंदर की कहानी – Topiwala Aur Bandar Short Story in Hindi Written
Topi Wale Bandar Ki Kahani: एक गांव में एक आदमी रहता था। उसका काम टोपियां बेचना था। वह अपने गांव के साथ-साथ आसपास के अन्य गांवों में भी टोपियां बेचता था। वह रोज सुबह एक बड़ी टोकरी में ढेर सारी रंग-बिरंगी टोपियां भरकर सिर पर रखकर घर से निकल जाता था। शाम को सारी टोपियां बेचकर वह घर लौट आता था।
एक दिन वह अपने गांव में टोपियां बेचकर पास के दूसरे गांव जा रहा था। दोपहर का समय था। वह थके हुए थे और उनका गला भी सूख रहा था। रास्ते में एक स्थान पर कुआं देखकर वह रुक गया। कुएं के पास एक बरगद का पेड़ था, जिसके नीचे उसने टोपियों की टोकरी रखी और कुएं से पानी पीने लगा।
प्यास बुझाकर उसने सोचा कि कुछ देर आराम करने के बाद ही आगे बढ़ना ठीक रहेगा। उसने टोकरी से एक टोपी निकाली और पहन ली। फिर वह बरगद के पेड़ के नीचे गमछा बिछाकर बैठ गया। वह थक गया था, जल्दी ही सो गया।
वह खर्राटे मारते हुए सो रहा था जब शोर ने उसे जगाया। जब उसने अपनी आँखें खोलीं, तो उसने देखा कि बरगद के पेड़ के ऊपर कई बंदर कूद रहे हैं। वह यह देखकर हैरान रह गया कि उन सभी बंदरों के सिर पर टोपियां थीं। जब उसने अपनी टोपी की टोकरी को देखा, तो उसने पाया कि सभी टोपियाँ गायब थीं।
वह चिंता में सिर पीटने लगा। सोचने लगा कि अगर बंदर ने सारी टोपियां ले लीं तो उसका बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा। उसे सिर पीटता देख बंदर भी अपना सिर पीटने लगे। बंदरों को नकल करने की आदत होती है। वे टोपी बेचने वाले की नकल कर रहे थे।
बंदरों को अपनी नकल करते देख टोपीवाले ने टोपी वापस पाने का उपाय सोचा। उपाय के बाद उन्होंने अपनी टोपी उतार कर फेंक दी। फिर क्या था? बन्दरों ने भी अपनी टोपियाँ उतार कर फेंक दीं। टोपीवाले ने जल्दी से सारी टोपियाँ टोकरी में समेट लीं और आगे बढ़ गया।
Topiwala Aur Bandar Short Story in Hindi Written, इस कहानी से सीख: सूझबूझ से हर समस्या का हल निकाला जा सकता है.
Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Written Video
नीचे हमने Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Written की बहुत ही अच्छी एक विडियो भी दी है. जिसे आप यदि चाहे तो देख सकते है.
Topiwala Aur Bandar Story in English Written
Once upon a time. A cap seller lived in a far away village. His main job was to sell caps. He used to sell caps from street to street and from that he could earn only enough to feed himself. So he was very happy with his life.
When the hat seller went to sell hats, he had a bag with him. He used to keep all his caps in that bag. That hat seller himself wears a hat and takes the hat in his hand and calls out to the people, take the hat…. Once it was a very hot day. It seemed as if fire was raining from the sky.
Topiwala was passing through the forest. He was also feeling very hot. On the way he saw a very dense tree. It was very cold under that tree. There was full shade under the tree. Not even a ray of sun was falling.
The cap man thought, I am very tired. It is also difficult to move forward in this sun. I should rest for a while under this tree. Thinking of this, the cap man sat under the shade of that tree. He wandered from here to there all day. Due to which he was tired and he fell asleep. He fell asleep keeping the hat bag by his side.
Some monkeys were present on top of that tree. The monkeys saw that this man was sleeping with a cap on his head. We should see in his bag what is in it?
After this the monkeys came to that person and started looking at his bag. But the monkeys could not find anything to eat from his bag. There was nothing to eat in the bag but Topia was present.
Taking the cap in his hand, the monkey started looking at the cap seller. He didn’t know anything about it. Monkeys are imitators. The monkeys saw that the cap man was wearing a cap on his head. All the monkeys also started roaming here and there wearing caps. After this the monkeys climbed the tree and sat down.
The hat man woke up. He saw his bag. Not a single cap was present in it. The cap man started looking here and there.
He could not understand where all his hats had gone. If someone steals the hat, he will take the hat along with the bag. But the same bag is lying empty.
Suddenly the cap seller’s eyes went to the top of the tree. He got upset seeing this. All his caps were worn by monkeys. The hatter got worried.
After all, how do you get your hat back from the monkeys? The caper tries to scare the monkeys. Monkeys start scaring the one who wears cap. The cap man remembered one thing that monkeys are imitators.
They try to act like the person they see. Seeing that the cap man took off his cap, the monkeys also took off their caps.
Seeing this, the cap seller’s heart was very happy. After this the cap man, looking at the monkeys, put his cap on the ground and went a little far away. What was it now, all the monkeys got down from the tree and put their caps at one place on the ground. Then all the monkeys climbed the tree.
Taking a good chance, the cap man put all his caps in his bag and ran away.
FAQs
Q. यह कहानी कौन-कौन से भाषा में लिखी गई है?
Ans: यह कहानी हिंदी और अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है।
Q. अंत में टोपीवाले का क्या हुआ?
Ans: कहानी के अंत में टोपीवाले ने अपनी बुद्धिमता से बंदरों से अपनी सारी टोपियां वापस ले लीं।
निष्कर्ष
बच्चो के लिए Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text बहुत ही मजेदार है. यदि आप इस Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text को अपने बच्चो को सुनाते है तो वे अपनी बुद्धि का सही उपयोग आगे के जीवन में करना सीखते हैं।
हमे उम्मीद है की यह Written Topiwala Aur Bandar Story in Hindi Text पसंद आई होगी. यदि ये Moral Kahaniyaa से आपको कुछ सिखने को मिला है या उपयोगी है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर जरुर करे.
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